यूपी जैविक खेती मिशन 2025 : उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को जैविक खेती करने के लिए बढ़ावा दे रही है। इसके लिए यूपी कृषि बजट 2025 में भी बात की गई है। आज के समय में तरह तरह के कीटनाशक और रसायन का उपयोग खेती में फसल उगाने में किया जा रहा है। जिससे कई तरह की बिमारियां भी उत्पन्न हो रही है। प्रदेश भर के लोग रसायन युक्त फसलों को खाते हैं जिससे वो बिमार पड़ जाते हैं। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए समय समय पर योजनाएं लाई जा रही है ताकि अच्छी फसलें बिना किसी रसायन के उपयोग के पैदा हो सकें।

आइए विस्तार से जानते हैं कि यूपी जैविक खेती मिशन 2025 क्या है और इसका उद्देश्य क्या है तथा इससे लाभ क्या होगा।
यूपी जैविक खेती मिशन 2025 क्या है
यूपी जैविक खेती मिशन 2025 एक ऐसा मिशन है जिसमें खेती को प्राकृतिक और जैविक तरीके से करने को बढ़ावा दिया जाएगा। इस मिशन के द्वारा रसायनिक खादों और कीटनाशकों के जगह पर जैविक खाद और प्राकृतिक कीटनाशकों के उपयोग को ज्यादा महत्व दिया जाएगा। जिससे बिना कैमिकल वाली सब्जियां और फल का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन किया जा सके।
जैविक खेती से होने वाले लाभ
जैविक खेती से उत्पन्न फल और सब्जियों से निम्नवत लाभ मिलेगा।
- इस तरह से पैदा किए गए फल एवं सब्जियां खाने में बेहद स्वादिष्ट होगी।
- इसमे किसी रसायन का उपयोग नहीं होगा तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होगी।
- यह खेती हमारे साथ साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखेगी।
- खेत की मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाएगी।
- इस खेती से किसानों की आय में भी वृद्धि होगी क्योंकि रसायनिक उर्वरक को खरीदने में पैसा नहीं खर्च करना होगा।
यूपी जैविक खेती मिशन 2025 के तहत क्या है प्लान
इस मिशन के तहत नदियों के किनारे पांच किलोमीटर तक के क्षेत्र में जैविक खेती कराने का प्लान है। 50 हेक्टेयर भूमि में एक क्लस्टर 50 बनाया जाएगा और एक क्लस्टर के अंदर लगभग 150 किसानों को रखा जाएगा। हर क्लस्टर को पहली साल 7.16 लाख रुपए और दूसरी साल 6.83 लाख का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा। इसके अलावा किसानों को फार्मर्स प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन ( FPO ) से जोड़ा जाएगा तथा फार्मर मशीनरी बैंक, कस्टम हायरिंग सेंटर और कोल्ड स्टोरेज जैसी जरूरी सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
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जैविक खेती को बढ़ाने हेतु पहले से चल रही योजनाएं
- परम्परागत कृषि विकास योजना – यह योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई है लेकिन इसे उत्तर प्रदेश में भी पूरी तरह लागू किया गया है। इसमें किसानों को रासायनिक उर्वरकों से दूर रहने और जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जाता है। इस योजना में वित्तीय सहायता भी दी जाती है।
- आर्गेनिक फार्मिंग सब्सिडी योजना – इस योजना द्वारा किसानों को जैविक खेती हेतु सब्सिडी दी जाती है जिससे वो जैविक खाद, बीज और अन्य आवश्यक सामग्री खरीद सकें।
- जैविक खेती प्रमाणीकरण – इसके तहत जैविक खेती से उत्पन्न उत्पादों को बेचने के लिए प्रमाणीकरण दिया जाता है जिससे उपभोक्ताओं को विश्वास हो कि वह जैविक खेती से उत्पादित किया गया है। प्रमाणीकरण के लिए आफिशियल बेवसाइट भी उपलब्ध है। जहां से किसान प्रमाणीकरण करवा सकता है।
